चंडीगढ़. पंजाब के 23 जिलों के सरकारी अस्पतालों को टर्शरी लैवल तक अपग्रेड करने का काम शुरू कर दिया गया है। सभी सरकारी अस्पतालों में क्रिटिकल केयर ब्लॉक (सी.सी.बी.) बनाने का फैसला किया गया है।
कोरोना काल के दौरान मरीजों के इलाज के दौरान क्रिटिकल केयर यूनिट्स और ऑक्सीजन की कमी को ध्यान में रखते हुए ही केंद्र स्वास्थ्य मंत्रालय ने अन्य राज्यों की तरह पंजाब को भी प्रत्येक अस्पताल में क्रिटिकल केयर ब्लॉक बनाने के निर्देश जारी किए हैं।
सी.सी.बी. का प्रवेश व निकास द्वार अस्पताल के गेट अलग
सूत्रों की मानें तो पंजाब के स्वास्थ्य विभाग ने प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में क्रिटिकल केयर ब्लॉक (सी.सी.बी.) निर्माण के लिए नक्शे बनाने का काम शुरू कर दिया है। यह ब्लॉक अस्पताल में ही होंगे लेकिन इन ब्लॉक में प्रवेश और बाहर निकलने का रास्ता अस्पताल के मुख्य गेट से अलग रखा जाएगा। इन ब्लॉक में बहुत गंभीर किस्म के पेशैंट्स का इलाज होगा। संक्रमित पेशैंट्स की वजह से अस्पताल के अन्य पेशैंट्स प्रभावित न हो इसलिए यह ब्लॉक आइसोलेटेड बनाए जाएंगे।
इनमें पेशैंट बैड की संख्या अस्पताल में मौजूद बैड्स की संख्या के अनुपात में ही रखी जाएगी। हर किस्म की स्पैशिएलिटी को ध्यान में रखते हुए बैड्स रखे जाएंगे। मैडीसन, गाइनीकोलॉजी, सर्जरी, ई.एन.टी., आर्थोपेडिक, किडनी इत्यादि के मरीजों के लिए सी.सी.बी. में बैड्स रखे जाएंगे। क्रिटिकल केयर यूनिट्स में उपलब्ध होने वाले उपकरण, वेंटीलेटर, अत्याधुनिक सुविधाएं भी यहां होंगी। जालंधर के सरकारी अस्पताल में प्रदेश का पहला क्रिटिकल केयर ब्लॉक बनाया जाएगा। उसके बाद अन्य अस्पतालों में काम शुरू होगा।
आई.सी.यू. के हर बैड से जुड़े होंगे वैंटीलेटर
क्रिटिकल केयर ब्लॉक के अलावा सरकारी अस्पतालों में गंभीर किस्म के पेशैंट्स का इलाज करने के लिए अस्पतालों में इंटेंसिव केयर यूनिट (आई.सी.यू.) शुरू किए जाएंगे। पटियाला के माता कौशल्या सरकारी अस्पताल में शुरू किए गए 10 बैड के आई.सी.यू. की तर्ज पर सभी सरकारी अस्पतालों में आई.सी.यू. शुरू किए जाएंगे।